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पेट दर्द का घरेलू उपचार | Pet Dard Ka Gharelu Upchar

पेट दर्द का घरेलू उपचार | Pet Dard Ka Gharelu Upchar



दुनिया का हर इंसान पेट दर्द की समस्या से कभी ना कभी पीड़ित जरूर होता है। ऐसे में वह पेट दर्द का घरेलू उपचार तलाश करता रहता है। इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए आज के पोस्ट में हम पेट दर्द के कारण, लक्षण और घरेलू इलाज (Home Remedies for Stomach Pain) के बारे में बताने जा रहे हैं!

पेट दर्द के कारण, लक्षण और घरेलू इलाज

वैसे भी अगर किसी व्यक्ति को पेट दर्द की समस्या हो तो सबसे पहले उसे घरेलू नुस्खे को ही आजमाना चाहिए! पेट दर्द के लिए घरेलू नुस्खे हर किसी के घर में आसानी से मिल जाते हैं और इसका कोई साइड इफेक्ट (Side Effects) भी नहीं होता है और यह बेहद कारगर भी होते हैं! पेट दर्द का घरेलू उपचार ( Pet dard ka Ilaj ) करने से पहले लिए जानते हैं कि आयुर्वेद में किस कारण से पेट दर्द होता है और इसका आयुर्वेदिक उपचार क्या है ?

1 पेट दर्द कितने प्रकार के होते हैं? Pet Dard Kitne Prakar Ke Hote Hain

पेट दर्द क्या होता है? Pet Dard Kya Hota Hai?
वातदोष के असंतुलित होने के कारण पेट में सुई या कील चुभोने की तरह दर्द होता है जिसको पेट दर्द (Pet dard) कहते है।

पेट दर्द होने के सामान्य कारण (Common Causes Of Stomach Pain)

पेट दर्द (Stomach Pain) होने के पीछे कई प्रकार के कारण होते हैं,जैसे कि- खान-पान और जीवनशैली लेकिन इसके अतिरिक्त कुछ गंभीर बीमारियों के कारण भी पेट में दर्द होना शुरू हो जाता है। जैसे कि-

अत्यधिक भोजन करने से।
आवश्यकता से अधिक पानी पीने से।
ज्यादा तेल, मिर्च मसाला वाला खाना लम्बी अवधि तक खाने से।
दूषित जलापूर्ति, किटाणु मिश्रित पानी पीने से।
फास्ट फूड खाना जैसे पिज्जा, बर्गर, आइसक्रीम, समौसा वगैरह ज्यादा खाने से।
अधिक समय तक खाली पेट काम करने से।
रात का बचा बासी भोजन करने से।
महिलाओं में मासिक स्राव के समय( Stomach Pain In Periods )
संक्रमिक (Infected Food) खाना खाने से।
अंकुरित दालों को अधिक मात्रा में ग्रहण करने से।
सूखा माँस (Dry meat) अधिक मात्रा में खाने से।
खाना खाने के तूरंत बाद ज्यादा तेज दौड़ने या कठोर परिश्रम करने से।

पेट दर्द के अन्य कारण

गैस समस्या (गैस्ट्रिक प्रॉबल्म)
एसीडिटी (Acidity)
इरिटेबल बॉवल सिन्ड्रोम (आई.बी.एस.)
किडनी स्टोन (Kidney stone/Renal Calculai)
गॉल स्टोन (Gallstone)
इन्टेसटाइनल ओब्स्ट्रकसन (Intenetinal obstruction)
हरनिया (Hernia)
आत्रपुच्छ शोथ (Appendicitis)
यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन Urinary tract Infection (UTI)

आयुर्वेद के अनुसार किस दोष के कारण पेट दर्द होता है

ऊपर बताए गए सभी कारणों 
 शरीर में पहले से उपस्थित वात दोष (Vat Dosh) असंतुलित होकर हमारे पाचन की प्रक्रिया (Digestive System) को/ दुर्बल कर देता है तथा पेट में सुई अथवा कील चुभोने जैसा तेज़ दर्द का अनुभव होने लगता है। पेट दर्द मुख्य रूप से वात दोष के असंतुलित हो जाने के कारण ही होता है पर कभी कभी वात दोष शरीर में उपस्थित अन्य दो दोष (पित्त एवं कफ) को भी दूषित कर देता है। जिसके कारण भी पेट में जलन (Upset Stomach), किडनी में रह रह कर दर्द होना, अत्यधिक प्यास और कमजोरी महसूस होना, बार बार जी मिचलाना, पेट में रुक-रुक कर हल्का दर्द (Pet Dard) होना, ये सभी पित्त और कफ दोष के असंतुलित होने के कारण होता है।

पेट दर्द के सामान्य लक्षण

जलन (Burning Sensation)
रुक रुक कर पेट में दर्द होना
पेट में गुड़गुड़ाहट (Bloating)
बार बार खट्टी डकार (Acidic belching) आना
बुखार होना (Fever)
अत्यधिक गैस बनना (Excess wind)
उल्टी होना (Vomitting) जी मिचलाना
पेट में सुई चुभोने जैसा तेज़ दर्द होना
पेट फूलना या भारीपन महसूस होना
पेशाब करने के समय पेट में दर्द होना

पेट दर्द से कैसे छुटकारा पाएं | Pet Dard Se Kaise Chutkara Paye 

पेट दर्द से छुटकारा पाने के लिए सबसे पहले आपको अपने आहार और जीवनशैली में बदलाव लाना होगा।

पेट दर्द में क्या खाना चाहिए?

हल्का-फुल्का भोजन करें। जैसे कि मूंग की दाल, दलिया, मठ्ठा (छाछ), पपीता, खीरा, संतरे या अनार का जूस भोजन में लेना चाहिए।
पेट दर्द की समस्या होने पर कभी भी चाय, कॉफी और दूध का सेवन नहीं करना चाहिए।
मठ्ठे (छाछ) में भूनी हुई अजवायन का पाउडर 1/2 छोटा चम्मच मिलाकर पीना चाहिए।
ज्यादा खट्टी चीजे जैसे कि अचार या नींबू नहीं लेना चाहिए।
अगर पेट दर्द के कारण उल्टी भी हो रही हो तो लगभग 6 घंटे तक खाली पेट रहना चाहिए और कुछ नहीं खाना चाहिए और बाद में थोड़ी-थोड़ी मात्रा में चावल का पानी या मूंग की दाल का पानी देना चाहिए। यह गुण में हल्की होती है जिससे कि ये आसानी से पच भी जाता है।
किसी भी प्रकार के ठोस आहार (Heavy Food) जैसे गेहूं की रोटी, अरहर की दाल, पालक की सब्जी, बेसन के बने समान , खीरा, ककडी, आदि नहीं देना चाहिए।

पेट में दर्द का घरेलू उपाय

 1. सुबह उठकर खाली पेट 1 या 2 गिलास गुनगुना पानी पीना चाहिए जिससे हमारा पेट अच्छी तरह से साफ हो सके।
खाने में अत्यधिक तैलीय चीज़ जैसे लिट्टी, समौसा, पकौड़े, पिज़्ज़ा बर्गर नही खाना चाहिए और मैदे और बेसन से बनी चीजें कम खानी चाहिए।
चाय, कॉफी, नहीं पीनी चाहिए।
मल को अधिक देर तक रोककर नहीं रखना चाहिए।
व्यायाम करने के तुरंत बाद बहुत ज्यादा पानी नही पीना चाहिए।
रात का खाना हल्का-फुल्का हो जैसे लौकी, तोरई, टिण्डे, परवल खाना चाहिए क्योंकि यह सब्जियां हल्के गुणों वाली होती हैं। और आसानी से पच जाती हैं और पेट में गैस भी नहीं बनाती हैं।
रात के समय अधिक तेल, मिर्च मसाला वाला भोजन नही करना चाहिए।
रात में अधिक देर तक नही जगना चाहिए क्योंकि अधिक देर तक जागने से वातदोष असंतुलित हो जाते हैं आर पेट में गैस बनाते हैं जिसके कारण कभी-कभी पेट और सीने में दर्द होने लगता है।

पेट दर्द का घरेलू उपचार: तुरंत राहत पाने के कुछ आसान तरीके


पेट दर्द एक सामान्य समस्या है जिसका अनुभव हर किसी ने कभी न कभी किया होता है। यह दर्द कई कारणों से हो सकता है, जैसे गैस, अपच, पेट में संक्रमण, या गलत खानपान। पेट दर्द को ठीक करने के लिए कई घरेलू उपचार मौजूद हैं जो आसानी से उपलब्ध होते हैं और तुरंत राहत देते हैं। यहां हम पेट दर्द के कुछ प्रभावी घरेलू उपचारों के बारे में चर्चा करेंगे।

घरेलू उपचार

1. अदरक का सेवन

अदरक पेट दर्द के लिए एक बेहतरीन घरेलू उपाय है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो पेट की सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं।

उपयोग: एक छोटा टुकड़ा अदरक को कच्चा चबाएं या अदरक की चाय बनाकर पिएं। अदरक की चाय बनाने के लिए, अदरक के कुछ टुकड़ों को पानी में उबालें और उसमें थोड़ा शहद मिलाएं।

उदाहरण: अगर किसी को गैस्ट्रिक समस्या है तो अदरक की चाय पीने से तुरंत राहत मिल सकती है।

2. पुदीना

पुदीना पेट दर्द के लिए एक और प्रभावी उपाय है। इसमें मेन्थॉल होता है जो पेट की मांसपेशियों को आराम देने में मदद करता है और गैस्ट्रिक समस्याओं को कम करता है।

उपयोग: पुदीने की पत्तियों को चबाएं या पुदीने की चाय बनाकर पिएं। पुदीने की चाय बनाने के लिए, पुदीने की ताजी पत्तियों को गर्म पानी में डालें और कुछ मिनटों के लिए छोड़ दें। इसके बाद छानकर पी लें।

उदाहरण: पुदीने की चाय पीने से पेट की ऐंठन और दर्द में राहत मिल सकती है।

3. अजवाइन

अजवाइन पेट दर्द को कम करने में बहुत उपयोगी है। इसमें थायमोल होता है जो गैस और अपच को कम करने में मदद करता है।

उपयोग: आधा चम्मच अजवाइन को पानी के साथ निगल लें या अजवाइन का पाउडर बनाकर गर्म पानी में मिलाकर पिएं।

उदाहरण: अगर किसी को पेट में गैस की समस्या है तो अजवाइन का सेवन तुरंत राहत दे सकता है।

4. हींग

हींग में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-स्पास्मोडिक गुण होते हैं जो पेट दर्द को कम करने में मदद करते हैं।

उपयोग: एक चुटकी हींग को गर्म पानी में मिलाकर पिएं या हींग को गर्म पानी में घोलकर पेट पर लगाएं।

उदाहरण: अगर किसी को पेट में ऐंठन या दर्द हो रहा है तो हींग का सेवन तुरंत राहत दे सकता है।

5. नींबू पानी

नींबू में विटामिन C होता है जो पाचन को सुधारने में मदद करता है और पेट दर्द को कम करता है।

उपयोग: एक गिलास गुनगुने पानी में आधे नींबू का रस मिलाकर पिएं। इसमें एक चम्मच शहद भी मिलाया जा सकता है।

उदाहरण: नींबू पानी पीने से अपच और एसिडिटी में राहत मिल सकती है।

6. सौंफ

सौंफ में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-स्पास्मोडिक गुण होते हैं जो पेट की समस्याओं को कम करने में मदद करते हैं।

उपयोग: एक चम्मच सौंफ को चबाएं या सौंफ की चाय बनाकर पिएं। सौंफ की चाय बनाने के लिए, एक चम्मच सौंफ को गर्म पानी में डालकर कुछ मिनटों के लिए छोड़ दें। इसके बाद छानकर पी लें।

उदाहरण: सौंफ की चाय पीने से गैस और अपच में तुरंत राहत मिलती है।

7. दही

दही में प्रोबायोटिक्स होते हैं जो पेट की अच्छी बैक्टीरिया को बढ़ाने में मदद करते हैं और पाचन को सुधारते हैं।

उपयोग: एक कटोरी ताजे दही का सेवन करें। इसमें थोड़ा काला नमक और भुना हुआ जीरा पाउडर मिलाकर खाने से और भी अधिक फायदा होता है।

उदाहरण: दही खाने से पेट में संक्रमण और अपच की समस्या कम हो सकती है।

8. गर्म पानी की थैली

गर्म पानी की थैली का उपयोग पेट दर्द को कम करने के लिए किया जा सकता है। गर्मी से पेट की मांसपेशियों को आराम मिलता है और दर्द कम होता है।

उपयोग: एक गर्म पानी की थैली लें और इसे पेट पर रखें। इसे 15-20 मिनट तक रखें और आराम करें।

उदाहरण: पेट दर्द होने पर गर्म पानी की थैली का उपयोग तुरंत राहत देता है।

9. त्रिफला चूर्ण

त्रिफला चूर्ण आयुर्वेदिक औषधि है जो पाचन तंत्र को सुधारने में मदद करता है और पेट दर्द को कम करता है।

उपयोग: आधा चम्मच त्रिफला चूर्ण को गुनगुने पानी के साथ रात को सोते समय लें।

उदाहरण: त्रिफला चूर्ण का नियमित सेवन करने से पेट की समस्याएं कम होती हैं और पाचन तंत्र बेहतर होता है।

10. केला

केला पेट के लिए बहुत अच्छा होता है। इसमें पेक्टिन होता है जो पाचन को सुधारता है और पेट दर्द को कम करता है।

उपयोग: एक या दो पके हुए केले का सेवन करें। इससे पेट दर्द में राहत मिलती है और पाचन तंत्र बेहतर होता है।

उदाहरण: केले का सेवन करने से एसिडिटी और अपच की समस्या कम होती है।

निष्कर्ष

पेट दर्द एक आम समस्या है, लेकिन इसके लिए घरेलू उपचार बहुत प्रभावी हो सकते हैं। अदरक, पुदीना, अजवाइन, हींग, नींबू पानी, सौंफ, दही, गर्म पानी की थैली, त्रिफला चूर्ण, और केला जैसे उपाय पेट दर्द को कम करने में मदद करते हैं। इन उपायों का सही तरीके से उपयोग करने से तुरंत राहत मिल सकती है और पाचन तंत्र को बेहतर बनाया जा सकता है। घरेलू उपचारों का उपयोग करते समय हमेशा अपनी स्थिति को ध्यान में रखें और अगर समस्या गंभीर हो तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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